Saturday, September 08, 2012

प्रथम था मै रंग हा तेरा , प्रथम था मेरा स्थान !

प्रथम था मै रंग हा  तेरा ,  प्रथम था मेरा स्थान  !
मुझ मै थी सारी आशा , मुझ से था सारा ज्ञान ! (२) 

जाने क्या किसने सोंचा ,कैसे लिए मेरे प्राण !
अन्न, धन ,मान तेरा , तेरा ही सम्मान ! (२) 

जब भी माँगा तूने मुझसे ,दिया मैंने भालिदान !
आज का नहीं ,सदियूं से थी केसरी तेरी पहचान ! (२) 

क्यूँ तू इसको छुपाये अब और क्यूँ है यह पीड़ित परेशान !
तीजा हरा झो प्यारा अभ है तुज्को , तो मिटाए तू मेरे निशान ! (२) 


जाने हा (२) जाने क्या (२) किसका षड्यंत्र है यह  !

रक्षा करे इस द्व्ज की भगवान् ! रक्षा करे इस द्व्ज की भगवान् !  (२)